मेरी सिफारिश किसी ने नही की न पसंद किया किसी ने मुझे न कोई आर्थिक आधार था जो कोई कर दे तारीफ और सिफारिश जब वक्त बुरा होता है स्वयं का एक हाथ दूसरे हाथ का साथ नही देता फ्हिर किसी गैर से क्या अपेक्षा फ्हिर भी में निराश नही था मैंने ही चिड़ियाँ बनाई चिड़ियों की आँख बनाई मैंने ही तीर- कमान बनाई और कटे हुए अंगूठे से सधता रहा निशाना।।